हिमाचल में कांग्रेस संगठन की हालत बुरी तरह से टूट चुकी है, और प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह इसे फिर से खड़ा करने की कोशिशों में जुटी हैं। हालांकि, वह इसे आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति मान रही हैं, लेकिन कांग्रेस संगठन का असली इम्तिहान अगले साल होने वाले पंचायतीराज चुनाव में होगा। बर्फबारी प्रभावित और जनजातीय क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया अक्टूबर या नवंबर में शुरू हो सकती है, जबकि दिसंबर तक प्रदेशभर में पंचायत चुनाव सम्पन्न हो जाएंगे।
प्रइसके लिए मुख्यमंत्री सुक्खू से भी बैठक हो सकती है। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार को सत्ता में आए हुए अभी दो साल ही हुए हैं और आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में होने हैं। ऐसे में नई कार्यकारिणी अगले तीन साल तक प्रदेश में अपनी भूमिका निभाएगी, हालांकि इसके बीच में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव भी होना है।
अगर प्रतिभा सिंह को आगामी चुनावों में सेवा विस्तार मिलता है, तो अपनी नई टीम के साथ उन्हें पंचायतीराज चुनाव में अहम भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा। पहले कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीते थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में चारों सीटों पर हार का सामना किया था।