चार दिसंबर को होने वाले परख सर्वेक्षण-24 से पहले मंगलवार को स्कूलों में बच्चों के लिए तीसरा मॉक टेस्ट आयोजित किया जा रहा है। इस बार मॉक टेस्ट में सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों के बच्चे भी भाग लेंगे। समग्र शिक्षा ने मॉक टेस्ट की पूरी तैयारी कर ली है, जो बच्चों के सीखने की क्षमता का आकलन करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
इस मॉक टेस्ट में करीब चार लाख बच्चे हिस्सा लेंगे, और ओएमआर शीट के माध्यम से तीसरी, छठी और नवीं कक्षा के बच्चों का भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और पर्यावरण अध्ययन (ईवीएस) विषयों पर ज्ञान परखा जाएगा। मॉक टेस्ट 19 नवंबर को सुबह 10:30 बजे से आयोजित होगा और इसमें लगभग 18,000 स्कूलों के बच्चे शामिल होंगे। यह टेस्ट बच्चों की तैयारी को परखने के लिए आयोजित किया जा रहा है, जिससे समग्र शिक्षा बच्चों की क्षमता को सही तरीके से समझ सके।
इसके पहले, दो मॉक टेस्ट 10 सितंबर और 9 अक्टूबर को आयोजित किए गए थे, जिनकी रिपोर्ट के आधार पर स्कूलों को सुधारात्मक निर्देश दिए गए थे। परख सर्वेक्षण की तैयारी के लिए प्रदेश के सभी स्कूलों में जीरो पीरियड लगाए गए हैं, और बच्चों को परख सर्वे के संभावित प्रश्नों के लिए विशेष सामग्री उपलब्ध करवाई गई है। समग्र शिक्षा के अभ्यास चैटबॉट पर भी बच्चों के लिए क्षमता संबंधी सवाल तैयार किए गए हैं।
राज्य सरकार इस परख सर्वेक्षण को लेकर काफी गंभीर है और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस प्रक्रिया की निगरानी स्वयं की है। वे लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि बच्चों को पर्याप्त प्रैक्टिस मिले। 7 नवंबर को उन्होंने निजी स्कूलों के साथ भी संवाद किया था, ताकि वे भी इस तैयारी में शामिल हो सकें।