सोलन की सेब मंडी में इस बार 400 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ है, जिससे कृषि उपज एवं विपणन समिति (एपीएमसी) को चार करोड़ रुपए का कमीशन मिला है। पिछले कुछ वर्षों में सोलन मंडी में सेब के कारोबार में लगातार वृद्धि हो रही है। इस वर्ष 42 लाख सेब की पेटियां मंडी में आईं, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 23 लाख पेटियों का था। सोलन मंडी में सेब की प्रमुख किस्में जैसे गोल्डन, रॉयल, रेड गाला, टाइडमैन, ग्रैनी स्मिथ और किन्नौरी शामिल हैं, और इनसे प्राप्त सेब दिल्ली और दक्षिण भारत की मंडियों में भेजे जाते हैं।
मंडी में व्यापार बढ़ने की एक बड़ी वजह बागबानों को दी गई यूनिवर्सल कार्टन सुविधा है, जिसने कारोबार पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। एपीएमसी सोलन कुल कारोबार का एक प्रतिशत कमीशन के रूप में लेती है। पिछले वर्ष एपीएमसी को तीन करोड़ रुपए का कमीशन प्राप्त हुआ था, जबकि इस वर्ष चार करोड़ रुपए का कमीशन हासिल हुआ है।
एपीएमसी के सचिव रविंद्र शर्मा ने कहा कि यूनिवर्सल कार्टन ने सेब के कारोबार को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही, समिति के चेयरमैन रोशन ठाकुर ने बागबानों को बेहतर सुविधाएं देने का आश्वासन दिया है ताकि उनका शोषण न हो और वे इस कारोबार से पूरी तरह लाभान्वित हो सकें।