ठियोग के जोधपुर धार में वीरवार रात को एक नेपाली मूल की महिला ने बहादुरी से अपने पालतू कुत्ते को तेंदुए का शिकार बनने से बचा लिया। महिला अपने लकड़ी के मकान में अपने बच्चे के साथ सो रही थी, जब तेंदुआ अचानक कमरे के दरवाजे के पास सोए हुए कुत्ते को उठाकर ले गया। लेकिन महिला ने बिना डरे दराट और डंडा लेकर रात के अंधेरे में तेंदुए का पीछा किया। घर के पीछे तेंदुआ कुत्ते को शिकार बनाने ही वाला था कि महिला ने उस पर हमला बोल दिया और अपने कुत्ते की जान बचा ली। हालांकि, तेंदुए के हमले में कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया।
गांव के अरुण वर्मा ने बताया कि यह बहादुर महिला उनके घर पर काम करती है और उसे केवल एक आंख से ही दिखाई देता है। रात में जब वह अपने बच्चे के साथ सो रही थी, तभी तेंदुए ने अचानक हमला किया। सौभाग्य से तेंदुए ने महिला और उसके बच्चे पर हमला नहीं किया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में महिला की हिम्मत और साहस की चर्चा हो रही है। पंचायत के पूर्व प्रधान बाल कृष्ण बाली ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है।