शिमला पुलिस ने संजौली मस्जिद विवाद के दौरान हुई हिंसा में पुलिस कर्मी का सिर पत्थर से फोड़ने वाले आरोपी की पहचान कर ली है। सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज की सहायता से पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई एफआईआर दर्ज की हैं।
पुलिस की कार्रवाई:
संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ बुधवार को हुए उग्र प्रदर्शन के बाद पुलिस ने पूर्व मेयर, पार्षद और 50 से अधिक लोगों के खिलाफ आठ अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। वीडियो फुटेज में आरोपी की तस्वीरें स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं, और पुलिस टीमें इन फुटेज को खंगाल रही हैं।
एफआईआर और आरोपियों की पहचान:
एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस आरोपियों की पहचान के लिए क्षेत्र की वीडियो फुटेज की जांच कर रही है। कई लोग पुलिस जवानों पर पत्थर और मुक्के से हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं। पत्थर से पुलिस जवान का सिर फोड़ने वाले आरोपी की पहचान की जा चुकी है और अन्य आरोपियों की संख्या भी बढ़ सकती है।
झड़प में घायल:
प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प में कई लोग घायल हुए हैं। कुछ लोगों के सिर फूट गए, तो कुछ की टांगें फ्रैक्चर हो गईं। झड़प में एएसपी शिमला नवदीप सिंह समेत 14 लोगों को चोटें आई हैं। घायलों को इलाज के लिए आईजीएमसी अस्पताल भेजा गया है, जहां कई लोग अभी भी उपचाराधीन हैं, जबकि कुछ को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
निष्कर्ष:
संजौली मस्जिद विवाद के बाद हुए प्रदर्शन की हिंसा ने स्थानीय सुरक्षा स्थिति को गंभीरता से प्रभावित किया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपियों की पहचान से उम्मीद है कि स्थिति में सुधार होगा और कानून व्यवस्था बहाल की जा सकेगी।