गणपति विसर्जन समारोह के दौरान हिमाचल प्रदेश में एक दुखद घटना घटी, जब एक तैराक ने ब्यास नदी में डूबते युवक को बचाने के प्रयास में अपनी जान गंवा दी। तैराक ने साहसिकता से पानी में प्रवेश किया, लेकिन गहरे पानी के खतरों का सामना करते हुए वह खुद डूब गया। यह दिल दहला देने वाला मामला स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और त्योहारों के दौरान सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर करता है।
पुलिस थाना नादौन के तहत पताजी पत्तन गांव में गणपति विसर्जन के दौरान ब्यास नदी में बह रहे युवक को तलाशने के लिए एक तैराक ने रस्सी बांधकर पानी में कूदने का साहस दिखाया, लेकिन दुर्भाग्यवश उसकी मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब हमीरपुर के नाल्टी गांव से लोग गणपति विसर्जन करने आए थे। फिलहाल, बह गए युवक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे परिवार और समुदाय में चिंता और उदासी का माहौल बना हुआ है।
अन्य लोगों ने पानी में छलांग लगाकर सोनी ठाकुर की बाजू से बंधी रस्सी काटकर उसे बाहर निकाला और तुरंत नादौन अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोनी धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में काम करता था और अपने पीछे पत्नी और दो छोटी बच्चियों को छोड़ गया है। वहीं, दूसरे डूबे युवक की तलाश जारी है। थाना प्रभारी बाबूराम शर्मा ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है। यह घटना स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़े दुख का कारण बनी है।