हिमाचल प्रदेश में मछली उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार ने विशेष प्रयास किए हैं। मछली पालन को एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए जा रहे हैं।
स्थानीय मछुआरों को प्रशिक्षण देने, आधुनिक तकनीकों को अपनाने और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, मछली उत्पादन में वृद्धि के लिए वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
इस पहल का उद्देश्य आर्थिक विकास के साथ-साथ स्थानीय समुदायों की आजीविका में सुधार करना भी है। मछली उत्पादन को बढ़ावा देकर, सरकार खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में भी काम कर रही है।
हिमाचल प्रदेश में मत्स्य उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई नई योजनाएं लागू की जा रही हैं। इस पहल के तहत मंडी-भराड़ी से औहर और मनाली तक फिश वेंडर जोन बनाने की योजना बनाई गई है। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने मत्स्य विभाग के निदेशालय में अधिकारियों के साथ इस संदर्भ में विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने विभाग को मछली उत्पादन और प्रसंस्करण पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया। मंत्री ने कहा कि जिला बिलासपुर चंडीगढ़-मनाली और धर्मशाला-शिमला फोरलेन से जुड़ चुका है, जिससे पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि हो रही है। फिश वेंडर जोन बनाने से पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा, खासकर बिलासपुर में, जहां वे मछली के विभिन्न व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे।
इससे स्थानीय मछुआरों और युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिल सकते हैं। मंत्री ने फिश फूड मेले के आयोजन का निर्देश भी दिया। प्रदेश सरकार फिश पॉन्ड बनाने के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रही है। इसके अलावा, चमेरा और रणजीत सागर डैम में मछली उत्पादन में कमी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। मछली पालकों और उत्पादों को ऑनलाइन और गूगल मैप से जोड़ने के भी निर्देश दिए गए हैं।
बढ़ी हुई आय के आंकड़े
वर्ष 2023-24 में 17,721.64 मीट्रिक टन मछली उत्पादन हुआ, जिससे 273.49 करोड़ रुपए की आय प्राप्त हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 12 करोड़ रुपए अधिक है।
हमीरपुर में एक्वा पार्क
मत्स्य निदेशक विवेक चंदेल ने बताया कि प्रदेश के सात जिलों में ट्राउट मछली का उत्पादन किया जा रहा है, जिसमें 1,442 ट्राउट यूनिट्स सक्रिय हैं। लगभग 1,400 मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हो रहा है। विभाग नालागढ़ और पतलीकूहल में दो ब्रूड बैंक बना रहा है। इसके अलावा, हमीरपुर में 25 करोड़ की लागत से एक्वा पार्क का निर्माण प्रस्तावित है।